Daily routine in hindi - Way of successful Life

 

Daily routine in hindi

Daily routine ज़िंदगी का बेहद अहम हिस्सा होती है। Daily routine को ही जीवन का प्रथम आधार माना गया है। क्योंकि रोजमर्रा की हमारी तमाम छोटी-बड़ी, अच्छी-बुरी आदतें ही हमें सफल अथवा असफल बनाती है। इसलिए हमारी दिनचर्या जितनी अच्छी और स्वस्थ होगी, उतना ही अच्छा और स्वस्थ हमारा जीवन होगा। तो आइए विस्तार से जानते है Daily routine in hindi की इस पोस्ट के साथ:


Daily routine in hindi

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सुबह जल्दी उठना :


Daily routine का सबसे अहम हिस्सा होता है सुबह से जल्दी उठना। क्योंकि हमारे उठने का समय ही तय करता है कि हमारी पूरी दिनचर्या कैसी होगी? इसलिए हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम सुबह समय पर उठ जाए।


ब्रह्म मुहूर्त में उठे :

प्रात: 3 से 6 बजे तक का समय ब्रह्ममुहुर्त का होता है, इसे अमृत बेला भी कहा गया है। इस समय पांचों तत्व (जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश) पूर्णतः जागृत और शुद्ध अवस्था में होते है, जो कि शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य पर बेहद सकारात्मक प्रभाव डालते है। अतः इस अमृत बेला का सदुपयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाए।


ईश्वर को करे धन्यवाद :

प्रात: उठते ही सबसे पहले ईश्वर को प्रणाम करें और नई सुबह दिखाने के लिए धन्यवाद करना ना भूलें, साथ ही प्रार्थना करें कि हमारा पूरा दिन मंगलमय, आनंदमय और खुशनुमा रहे। और इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि हमारे किसी क्रियाकलाप से किसी के दिल को ठेस नहीं पहुंचे।


गुनगुना पानी पीना चाहिए :

सुबह-सुबह गुनगुना पानी अवश्य पिए और याद रखिए पानी हमेशा बैठकर पीए साथ ही गिलास या लौटे का उपयोग अवश्य करें। सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीने के कई फायदे है जैसे : शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। शरीर में पानी की कमी दूर होती है। पाचन क्रिया दुरुस्त होती है और चेहरे पर चमक बनी रहती है।

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एक्सरसाइज, योगा, प्राणायाम और ध्यान :


व्यायाम (Exercise) :

एक स्वस्थ रूटीन में एक्सरसाइज को जरूर शामिल किया जाना चाहिए। एक्सरसाइज दिन की शुरुआत करने के लिए सबसे अच्छी activity है। इससे हम पूरे दिन स्वस्थ और ऊर्जावान बने रह सकते है। अपनी उम्र, स्थिति और शारीरिक क्षमता के अनुसार ही एक्सरसाइज का चुनाव किया जाए। जैसे : दौड़ना, टहलना, स्किपिंग, जिमिंग आदि।

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योग एवं प्राणायाम :

अष्टांग योग की मदद से अपने आप को शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से स्वस्थ रखा जा सकता है। नियमित आसन, प्राणायाम और सूर्य नमस्कार आदि करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, तेज में वृद्धि होती है, साथ ही बुद्धि में प्रखरता आती है। इसलिए योग जरूर करें।


ध्यान (Meditation) :

ब्रह्म मुहूर्त में ध्यान (Meditation) करने से इसके परिणाम में कई गुना वृद्धि की जा सकती है। सुबह सुबह ध्यान करने से स्मरण शक्ति तेज होती है, मन एकाग्रचित्त रहता है और संकल्प शक्ति बढ़ती है। जो लोग तनाव, डिप्रेशन आदि रोगों से त्रस्त है उनके लिए ध्यान (Meditation) करना बहुत लाभकारी सिद्ध होता है।


स्नान :

स्नान के लिए पानी सामान्य होना चाहिए न अधिक गरम और न अधिक ठंडा। स्नान सदैव सामान्य पानी से करना चाहिए इससे शरीर का तापमान उत्तम बना रहता है। स्नान से पूर्व पूरे शरीर पर तेल की मालिश अवश्य करें। इस बात का भी ध्यान रखें कि मालिश के लिए तेल मौसम के अनुकूल हो। सर्दियों के मौसम में गर्म तासीर के तेल और गर्मियों में ठंडी तासीर वाले तेल का प्रयोग किया जाना चाहिए। इस प्रकार तेल की मालिश से पूरे दिन शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है और मन भी प्रसन्नचित्त रहता हैं।


सुबह का नाश्ता:

कहते है यदि सुबह का नाश्ता अच्छा हो तो पूरा दिन भी अच्छा गुजरता है। इसलिए सुबह का नाश्ता स्वास्थ्य वर्धक और रुचिकर होना चाहिए। जैसे :

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अंकुरित नाश्ता :

मूंग, काले चने, मूंगफली, सोयाबीन और मैथी दाने आदि।


सलाद :

मूली, गाजर, ककड़ी, टमाटर, चुकंदर, पत्ता गोभी, प्याज, नींबू आदि में स्वादानुसार काला नमक डालकर नाश्ते में ले सकते है। इन सब में भरपूर फाइबर होता है।


मौसमी फल :

मौसमी फलों को भी नाश्ते के तौर पर लिया जा सकता है।
दलिया, खिचड़ी, ओट्स, दही आदि को भी सुबह के नाश्ते के रूप में ले सकते है। ध्यान रखें कि नाश्ता daily बदल बदल कर लेवे जिससे आपकी रुचि नाश्ते में बनी रहे और आप एक जैसे नाश्ते से ऊब महसूस ना करे।


ड्रेसअप और तैयारी कैसे करें? :

ड्रेसअप और तैयारी प्रत्येक व्यक्ति के कार्य, उम्र, लिंग और संस्कृति पर निर्भर करता है। यदि बात की जाए स्टूडेंट्स की तो स्कूल यूनिफार्म, कॉलेज यूनिफार्म आदि। एक हाउस वाइफ के लिए घरेलू ड्रेस जिससे वह घर के सारे कार्य बिना किसी असुविधा के संपन्न कर सके। एक जॉब पर्सन अथवा बिजनेसमैन अपने पद अथवा व्यापार की स्थिति अनुसार अपने आपको रेडी कर सकते है।


समय पर कार्य संपन्न करे:


स्टूडेंट :

स्टूडेंट अपना होम वर्क, क्लास वर्क आदि समय पर कर लेवे। यदि स्कूल या कॉलेज आप बस से जा रहे है तो निर्धारित समय पर बस स्टॉप पर पहुंच जाए ताकि असुविधा से बचा जा सके।


हाउस वाइफ: 

हाउस वाइफ है तो घर के सभी कार्यों की लिस्टिंग क्रमानुसार बना लेवे जिससे घर के सारे कार्य सही समय पर और व्यवस्थित ढंग से संपन्न किए जा सकते है।


बिजनेसमैन अथवा जॉब पर्सन

यदि आप एक बिजनेसमैन अथवा जॉब पर्सन है तो अपने ऑफिस के कार्यों की रूपरेखा पहले से तैयार कर लेवे उसके बाद क्रमानुसार एक एक कार्य को ठीक संपन्न करते चले।


Lunch (लंच) :

दोपहर का भोजन सात्विक, शुद्ध और घर का बना होना सुनिश्चित करें। लंच में दाल, चावल, रोटी, हरी सब्जियां, घी, छाछ आदि को शामिल करें। और मसालेदार और गरिष्ट भोजन से परहेज करे। ध्यान रखें हमारा भोजन संतुलित, स्वास्थ्य वर्धक और मौसम के अनुकूल होना चाहिए।


Power nape है जरूरी :

आप चाहे स्टूडेंट्स है, हाउस वाइफ है, जॉब पर्सन है अथवा बिजनेसमैन। प्रत्येक वर्ग के लिए power nape जरूरी है। प्रत्येक 3 या 4 घंटे के वर्क के बाद 10 मिनट का power nape लेने के कई सारे फायदे है जैसे: यदि आप लगातार कार्य करके थक गए है अथवा बोरिंग फिल कर रहे है तो ऐसे में एक छोटा सा power nape काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे हमें instant energy मिलती है, mode भी अच्छा रहता है और हम फिर से अपने वर्क को जोश और एनर्जी के साथ संपन्न कर सकते है।

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Daily routine में एंटरटेनमेंट को भी दे स्थान :

अपनी व्यस्त रूटीन में से कुछ समय Entertainment के लिए भी अवश्य निकाले। इसके लिए आप अपनी पसन्द की कोई भी एक्टिविटी का चुनाव कर सकते है। जैसे : इनडोर या आउटडोर games खेल सकते है। टेलीविजन पर पसंद के एपिसोड देख सकते है। वीकेंड में कोई मूवी देख सकते है अथवा छोटा मोटा पिकनिक भी प्लान कर सकते है। यदि आप घूमने फिरने के शौकीन हैं तो कोई आस पास का टूर प्लान कर सकते है।


फैमिली के साथ बिताए समय :

इतनी व्यस्त दिनचर्या और कार्य की अधिकता के कारण परिवार के लिए समय निकालना मुश्किल हो गया है। ऐसे में आप अपनी daily routine कुछ इस तरह रख सकते है जिससे कि अपनी फैमिली के साथ भी समय बिता सके। जैसे : सुबह की एक्सरसाइज, नाश्ता, प्रार्थना और डीनर, वॉकिंग आदि गतिविधियों को परिवार के साथ मिल जुलकर किया जा सकता है। इससे routine भी complete होगी और परिवार के साथ टाइम भी एक्सपेंड कर सकते है।

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डीनर (रात्रि का भोजन) :

रात्रि का भोजन हमेशा सोने के 3 घंटे पूर्व कर लेना चाहिए। देर रात से किया गया भोजन कई शारीरिक व मानसिक संकट दे सकता है। कहा गया है कि "जैसा खावे अन्न, वैसा होवे मन"। इसलिए इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाए कि रात का भोजन हल्का हो और जल्दी से पचने वाला हो। जैसे: दलिया, खिचड़ी, हरी सब्जियां या ओट्स आदि।


पानी कैसे पीए :

सुबह और शाम दोनों समय भोजन के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए। भोजन लेने के आधे अथवा 1घंटे के बाद पानी पीना चाहिए। भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से जठराग्नि मंद पड़ जाती है, जिससे कि भोजन ठीक से पच नहीं पाता और न ही उससे रस बन पाता है। पानी हमेशा बैठकर पीए, गिलास से पीए और थोड़ा थोड़ा घुट घुट पानी पीना चाहिए। इससे स्वास्थ्य उत्तम रहता है।


वॉकिंग से ठीक रहती है सेहत :

रात्रि भोजन के बाद हमें कम से कम 20 या 30 मिनिट वॉकिंग करनी चाहिए, जिससे कि भोजन ठीक ढंग से पच सके। अपने साथ घर के बुजुर्ग और महिलाओं को भी इसके लिए प्रेरित करें ताकि उनका स्वास्थ्य भी ठीक रहे।


किताबें पढ़ने की आदत बनाए :

किताबें हमारी सबसे अच्छी मित्र होती है। किताबें हमें सही मार्ग प्रशस्त करती हैं। किताबें बिना कुछ कहे सब कुछ कह देती है। इसलिए हमें अपनी daily routine में किताब पढ़ने की आदत को शामिल करने की जरूरत है।

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रूपरेखा निर्धारित करें:

बिस्तर पर जाने के पूर्व अपने अगले दिन के कार्यक्रम की रूपरेखा बना लेवे। इससे आपको अगले दिन की वर्किंग में अलग से समय नहीं देना पड़ेगा। इसके लिए आप एक डायरी साथ में रख सकते है और यह नोट कर सकते है कि हमारे अगले दिन के क्या क्या वर्क है और उन्हें किस प्रकार से संपन्न किया जा सकता है।


सोने का समय करे निश्चित:

पूरे दिन की रूटीन complete करने के बाद समय पर सोना भी अति आवश्यक है क्योंकि जब तक आप निर्धारित समय पर सोएंगे नहीं है तों फिर सुबह कैसे निर्धारित समय पर उठ सकेंगे। इसलिए रात को निर्धारित समय पर सोने के लिए जाए। देर रात तक जागने और सुबह देरी से उठने से हमारी दिनचर्या बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। ध्यान रखें कि सोने के पूर्व आप विचारों से शून्य हो जाए जिससे कि आपकी नींद में कोई खलल उत्पन्न न हो।


समय और वर्क का मैनेजमेंट करना सीखे :

आज की आपाधापी वाली जिन्दगी और Daily routine में समय कम और कार्य अधिक हो गए है। ऐसे में आपको समय और वर्क का मैनेजमेंट करना सीखना होगा। समय और वर्क के बीच समन्वय स्थापित करना होगा। जिससे कि आपके सभी कार्य समय पर और सही ढंग से संपन्न हो सके।


उम्मीद है कि आपको Daily routine in hindi की इस पोस्ट में दैनिक दिनचर्या के बारे में सभी आवश्यक जानकारी पढ़ने को मिली होगी और आप अपनी daily routine को आज से दुरुस्त करेंगेhttps://www.krisskalaa.com/2025/05/daily-routine-in-hindi-way-of.html

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