prem mandir vrindavan - अति रमणीय दर्शन

prem mandir vrindavan

जय श्री राधेकृष्ण फ्रेंड्स इस पोस्ट में हम prem mandir vrindavan के बारे में जानेंगे। जो कि वृंदावन का बहुत ही सुंदर और भव्य मंदिर है। यदि प्रेम के अवतार भगवान श्री राधेकृष्ण और उनके संपूर्ण ब्रजमंडल को प्रेम का मंदिर कहा जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। फिर भी समूचे ब्रजमंडल में वृंदावन का स्थान और महत्व बेहद विशेष है, और क्यों ना हो? वृंदावन पूरे ब्रजमंडल का हृदय (दिल) जो है। इन्हीं सब बातों के प्रतीक के रूप में है वृंदावन का अतिसुंदर और भव्य प्रेम मंदिर।


 

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प्रेम मंदिर वृंदावन में क्या खास है?

प्रेम मंदिर वृंदावन शुरुआत से ही श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र  रहा है। इस मंदिर की बनावट अतिसुंदर, सुसज्जित और भव्य  है। मंदिर में प्रेम के प्रतीक भगवान श्री राधेकृष्ण और श्री सीताराम के श्री विग्रह विराजमान है जो अत्यंत दर्शनीय और मनभावन लगते है, साथ ही श्री हनुमान जी और जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के विग्रह भी दर्शनीय है। मंदिर की दीवार पर चारों ओर अंकित श्री भगवान की दिव्य लीलाओं के चित्र ने मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगा दिए है। मंदिर प्रांगण में चारों ओर भगवान श्री राधेकृष्ण की दिव्य और सजीव झाकियां बेहद आकर्षक लगती है।

प्रेम मंदिर वृंदावन दर्शन का समय?

यूं तो प्रेम मंदिर वृंदावन का दर्शन पर्यटकों के लिए सुबह से लेकर शाम तक जारी रहता है। फिर भी शाम का समय दर्शन के लिहाज से विशेष अनुकूल रहता है, शाम के समय मंदिर में आकर्षक लाइटिंग इफेक्ट्स, लाइट एंड साउंड शो, बगीचा, विभिन्न सेल्फी स्पॉट, बुक़ स्टॉल, दर्शन करने वालों की भीड़ और सुहावना मौसम इन सबकी मौजूदगी मन को रमणीय और खुशनुमा बना देती है।

प्रेम मंदिर वृंदावन किसने बनवाया है?

प्रेम मंदिर वृंदावन का निर्माण जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज ने करवाया है। यह मंदिर लगभग 150 करोड़ की लागत से निर्मित है। प्रेम मंदिर में कोई भी श्रद्धालु निःशुल्क दर्शन कर सकते है पर्यटकों के लिए मंदिर में प्रवेश को किसी भी प्रकार के टिकिट या टोकन से मुक्त रखा है।

प्रेम मंदिर कहां स्थित है?

प्रेम मंदिर वृंदावन के छटीकरा - भक्तिवेदांत स्वामी मार्ग पर स्थित है। जो कि भारत देश के उत्तरप्रदेश राज्य के मथुरा जिले के परम दर्शनीय स्थल वृंदावन में स्थित है। प्रेम मंदिर वृंदावन की दूरी मथुरा से लगभग 15 किलोमीटर और दिल्ली एयरपोर्ट से लगभग 150 किलोमीटर है।
 

प्रेम मंदिर वृंदावन दर्शन के लिए कैसे जाए?

प्रेम मंदिर वृंदावन दर्शन के लिए श्रद्धालु विश्वभर में कही से भी आ सकते है। यहां पहुंचने के लिए पर्यटक अपनी सुविधा और स्थिति के अनुसार हवाई मार्ग, रेलमार्ग अथवा सड़क मार्ग इनमें से कोई भी साधन का चुनाव कर सकते है। यहां पर सबसे नज़दीकी रेलवे जंक्शन मथुरा और एयरपोर्ट दिल्ली पड़ता है। इसके बाद पर्यटक अपनी सुविधा अनुसार टैक्सी, कैब या ई-रिक्शा जैसे साधनों का लाभ ले सकते है।

प्रेम मंदिर के आसपास अन्य दर्शनीय मंदिर

पर्यटक प्रेम मंदिर वृंदावन दर्शन करने के बाद आसपास के अन्य दर्शनीय मंदिर में दर्शन के लिए जा सकते है। जो कि कुछ ही दूरी के अंतराल पर पड़ते है, जैसे यदि आप दर्शन हेतु छटीकरा मार्ग से जा रहे है तो चार धाम मंदिर जहां मां वैष्णो देवी और शिव शंकर जी के विशाल और भव्य विग्रह के दर्शन होते है, आगे चंद्रोदय मंदिर, श्री प्रियाकांतजू मंदिर, इस्कॉन मंदिर, पागलबाबा मंदिर, बिड़ला मंदिर, कांच का मंदिर, श्री बांकेबिहारी जी मंदिर, श्री रंगजी और श्री गोविंददेव जी इत्यादि दर्शनीय है।

आशा है कि आपको हमारी प्रेम मंदिर वृंदावन की यह पोस्ट पसंद आई होगी और आप जरूर प्रेम मंदिर वृंदावन दर्शन के लिए जाएंगे। जय श्री राधेकृष्ण।


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